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Showing posts from June, 2018

मंदसौर में एक सात साल की बच्ची

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इस जाहिल हैवान का नाम इरफ़ान खान है, इसने मध्य प्रदेश के मंदसौर में एक सात साल की बच्ची का रेप किया है. जिस बच्ची का रेप हुआ, उसकी 7 घंटे सर्जरी चली, गले पर 7 टांके लगे हैं, इस जाहिल की हैवानियत का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि, बच्ची की आंत और प्राइवेट पार्ट भीतर से अलग हो गए. अस्पताल में भर्ती करते वक्त उसकी आंतें बाहर आ गई थी. बच्ची कोमा में है, परिवार वाले बेसुध हैं, लोगों में आक्रोश है, लेकिन ये आक्रोश आम जनमानस में है मीडिया ने इसे आसिफा की तरह नहीं उछाला लेकिन हम इस बच्ची के साथ हैं !इसे न्याय दिलाने में आप साथ देंगे ! मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज जी ने इस दरिंदे के लिए फांसी की मांग की है अगर आप भी इस बच्ची को न्याय दिलाने के लिए इस दरिंदे के लिए कड़ी कार्रवाई चाहते हैं तो इतना शेयर करो कि दोबारा कोई ऐसी हैवानियत ना कर पाए  :( 

फीफा विश्व कप: जर्मनी हुआ उलटफेर का शिकार, दक्षिण कोरिया ने किया बाहर

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मौजूदा चैंपियन जर्मनी रूस में जारी फीफा विश्व कप-2018 से बाहर हो गया है। जर्मनी को बुधवार को अपने अंतिम ग्रुप मैच में दक्षिण कोरिया के हाथों 0-2 से हार मिली। दूसरी ओर इस ग्रुप से स्वीडन ने मैक्सिको को हराकर नॉकआउट का टिकट कटा लिया। मैक्सिको पहले ही अंतिम-16 में पहुंच चुका है। 2014 में माराकाना स्टेडियम में अर्जेंटीना को 1-0 से हराकर चौथी बार चैंपियन बनने वाली जर्मन टीम ग्रुप-एफ में दक्षिण कोरिया के खिलाफ एक औसत टीम की तरह खेली और इसका खामियाजा उसे टूर्नामेंट से बाहर होकर भुगतना पड़ा। किम यंगग्वोन और सोन हुंगमिन के इंजुरी टाइम में दागे गोलों की बदौलत दक्षिण कोरिया ने विश्व कप के ग्रुप-एफ मैच में विश्व चैंपियन जर्मनी को टूर्नामेंट के पहले दौर से ही बाहर कर दिया। पिछले पांच विश्व कप में यह चौथा मौका है, जब गत चैंपियन टीम पहले दौर में ही टूर्नामेंट से बाहर हो गई। इससे पहले 2002 में फ्रांस, 2010 में इटली और 2014 में स्पेन को इस तरह की मायूसी का सामना करना पड़ा था। कजान ऐरेना में खेले गए मुकाबले की शुरुआत से जर्मनी ने दक्षिण कोरिया पर दबाव बनाने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मि

संजय गाँधी अपनी गर्लफ्रेंड अंबिका सोनी

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संजय गाँधी अपनी गर्लफ्रेंड अंबिका सोनी के जन्मदिन पर किशोर कुमार का प्रोग्राम करना चाहते थे,पर किशोर दा ने मना कर दिया। फिर संजय गांधी ने 'ऑल इंडिया रेडियो' पर किशोर कुमार के गाने बजाने पर प्रतिबंध (19 महीने तक) लगवा दिया। तब किसी साहित्यकार ने अपना एवार्ड वापस नहीं किया था.!

"आपातकाल और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी"

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आपातकाल के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहम भूमिका निभाई थी। आपातकाल के दौरान प्रेस की स्वतंत्रता छीनी जा चुकी थी। कई पत्रकारों को मीसा और डीआईआर के तहत गिरफ्तार कर लिया गया था। सरकार की कोशिश थी कि लोगों तक सही जानकारी नहीं पहुंचे। उस कठिन समय में नरेंद्र मोदी और आरएसएस के कुछ प्रचारकों ने सूचना के प्रचार-प्रसार की जिम्मेदारी उठा ली। इसके लिए उन्होंने अनोखा तरीका अपनाया। संविधान, कानून, कांग्रेस सरकार की ज्यादतियों के बारे में जानकारी देने वाले साहित्य गुजरात से दूसरे राज्यों के लिए जाने वाली ट्रेनों में रखे गए। यह एक जोखिम भरा काम था क्योंकि रेलवे पुलिस बल को संदिग्ध लोगों को गोली मारने का निर्देश दिया गया था। लेकिन नरेंद्र मोदी और अन्य प्रचारकों द्वारा इस्तेमाल की गई तकनीक कारगर रही। “… बड़े पैमाने पर अनियंत्रित भ्रष्टाचार और इलाहाबाद उच्च न्यायालय के निर्णय से श्रीमती इंदिरा गांधी ने नैतिक जिम्मेदारी ली और इस्तीफा देने की पेशकश की। राष्ट्रपति ने "उनके इस्तीफे को स्वीकार कर लिया और …।” यह 25 जून 1975 का समाचार होना चाहिये था पर अफसोस ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। इसके विपरी